शत शत नमन भारत भूमि को, अभिनन्दन भारत
माँ को
जिसके रज कण मात कर रहे मलयागिरी के
चन्दन को
राम कृष्ण की पावन धरती जो शक्ति संचार करे
जन जन में बलिदान भावना कूट कूट कर
नित्य भरे
अर्जुन भीम शिवाजी जैसे गुण निर्माण
कराने को
शत शत नमन...
इस धरती पर जन्म लिया है यह सौभाग्य हमारा है
इस पर ही हो जीवन अर्पण यह उद्देश्य
हमारा है
बार बार यह जीवन पायें इस पर ही बलि
जाने को
शत शत नमन.....
उत्तर में नगराज हिमालय माँ का मुकुट
स्वांरता
दक्षिण में रत्नाकर जिसके पावन चरण
पखारता
बुला रही है हर प्राणी को गीता ज्ञान
सुनाने को
शत शत नमन...........
बहुत सुंदर , सुमधुर गीत ।।
ReplyDeleteअप्रतिम
ReplyDeleteअति सुंदर
ReplyDeleteBharat mata ki jai
ReplyDeleteJay shri ram
ReplyDeleteMera pyara geet
ReplyDeletePura song ka written chahiye..
ReplyDeleteबहुत ही प्यारा गीत है
ReplyDeleteअति सुंदर
ReplyDeleteBhot sunadr atti uttam
ReplyDeleteSundar
ReplyDeleteबहुत सुंदर गीत
ReplyDeleteThank you so much is geet ko post karne ke liye...
ReplyDeleteबहुत अच्छा भजन भारत माता की जय
ReplyDeleteअतिउत्तम
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